मैं इस पुस्तक से क्या आशा करता हूँ? यह मृत्यु तथा मरणासन्न व्यक्ति की देख-रेख, और जीवन तथा जीवित व्यक्ति की देख-रेख के प्रति हमारे समूचे दृष्टिकोण में एक शांत क्रांति को प्रेरित करे। यह विख्यात आध्यात्मिक कृति, तिब्बती बौद्ध शिक्षाओं के सबसे सम्पूर्ण तथा प्रामाणिक लिखित विवरणों में से एक मानी जाती है। तिब्बती परंपरा के सार से प्राप्त पवित्रा प्रेरणा के भव्य òोत तथा जीवन व मृत्यु पर अनूठी मार्गदर्शिका के रूप में, ‘जीवन और मरण की तिब्बती पुस्तक’, ध्यान के अभ्यास, मन की प्रकृति, कर्म व पुनर्जन्म, करुणामयी प्रेम, मृतक की देख-रेख तथा आध्यात्मिक पथ की परीक्षा व पुरस्कारों के लिए एक प्रेरणादायक तथा सुबोध परिचय प्रदान करती है। बौद्ध ध्यान गुरु तथा अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक सोग्याल रिंपोचे ने मृत्यु तथा मरणासन्न व ब्रह्मांड की प्रकृति के विषय में तिब्बत की प्राचीन प्रज्ञा तथा आधुनिक शोध को एक साथ प्रस्तुत किया है। अभूतपूर्व विस्तार के साथ, ‘जीवन और मरण की तिब्बती पुस्तक’, जीवन तथा मृत्यु के प्रति भव्य दर्शन की व्याख्या करती है, जिसे क्लासिक पवित्रा ग्रंथ ‘द तिब्बतन बुक ऑप़$ द डेड’ में रेखांकित किया गया है। सोग्याल रिंपोचे ने तिब्बती परंपरा के सार से ऐसी सरल किंतु शक्तिशाली विधियां प्रस्तुत की हैं, जिन्हें किसी भी धर्म या पृष्ठभूमि का व्यक्ति अपने जीवन को रूपांतरित करने के लिए अपना सकता है, मृत्यु के लिए तैयार हो सकता है और मरणासन्न व्यक्ति की सहायता कर सकता है।.
The Tibetan Book of Living and Dying (Hindi) – Sogyal Rinpoche
The Tibetan Book of Living and Dying (Hindi) – Sogyal Rinpoche
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