संतों की श्रेणी में सबसे चर्चित आत्मकथा
परमहंस योगानंद की यह आत्मकथा आध्यात्मिक संतों में दुनिया की सबसे चर्चित रचना है। यह पुस्तक पाठकों और योग के जिज्ञासुओं को संतों, योगियों, विज्ञान और चमत्कार एवं मृत्यु और पुनर्जन्म या फिर मोक्ष की एक ऐसी अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाती है, जहाँ पाठक मंत्रमुग्ध ही रहता है। पठनीय शैली, शब्द सौंदर्य, गठन कौशल, भाव-पटुता, अभिव्यक्ति की सरसता और योग के अलौकिक चमत्कारों से भरपूर यह पुस्तक एक महान आत्मा की सुंदर झलक प्रस्तुत करती है।
परमहंस योगानंद ने योग के जिज्ञासुओं को क्रिया योग का उपदेश दिया एवं सारी दुनिया में उसका प्रचार-प्रसार भी किया। योगानंद के अनुसार क्रिया योग ईश्वर से साक्षात्कार की एक प्रभावी विधि है, जिसके पालन से कोई भी साधक न केवल अपने जीवन को संवार सकता है, वरन ईश्वर को भी खोज लेता है।
Ek Yogi ki Aatmakatha – Paramhansa Yogananda
Ek Yogiki Aatmakatha – Paramhansa Yogananda
एक योगी की आत्मकथा– परमहंस योगानन्द
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